संहिता माईक्रोफाईनांस कार्यक्रम संहिता के सभी आर्थिक कार्यक्रमों में से प्रवेश स्तर की पहल है । यह कार्यक्रम विशेष रूप से मध्य भारत के दूरदराज के क्षेत्रों में बसे गरीब से गरीब लोगों को वित्तीय समावेशन की सेवाओं से जोडती है ।
संहिता माईक्रोफाईनांस ने अपने ग्रामीण कार्यक्रम का आरम्भ मध्य प्रदेश के रीवा जिले से दिसम्बर २००७ में किया । सामानांतर रूप से एक शहरी माईक्रोफाईनांस कार्यक्रम का आरम्भ भोपाल के मलिन बस्तिओं में फ़रवरी २००८ को किया गया ।
संहिता मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के 34 ज़िलों में माईक्रोफाईनांस की सेवाएँ प्रदान कर रही है । माईक्रोफाईनांस कार्यक्रम के वर्तमान के आंकड़े नीचे तालिका में दिए गए हैं । संहिता ने अपने सदस्यों के लिए एक गहन आर्थिक साक्षरता अभियान भी चलाया है ।
सूचक | March 31, 2018 |
सदस्य | 99,456 |
केंद्र | 13,673 |
शाखाएँ | 92 |
जिलें | 36 |
कर्मचारी | 411 |
बकाया ऋण वितरण संविभाग | Rs. 157.41 Crores |
कुल ऋण वितरण | Rs. 1,027.64 Crores |
ऋण वितरण संविभाग जो जोखिम में है | 5.06 % |
एनपीएस - स्वावलंबन की जानकारी
दिनांक 31/12/2017 तक 24,351 सब्सक्राइबर्स को जोड़ा गया एवं वित्तीय वर्ष 2017-18 की अवधि में 268 सब्सक्राइबर्स से अंशदान प्राप्त हुआ|
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