भारत के विभिन्न भागों में गरीब समुदायों के लिए उपलब्ध सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के व्यापक अनुभव के बाद यह तथ्य सामने आयें हैं :
- ग्रामीण क्षेत्रों में, विशेषकर दूरदराज के क्षेत्रों में, उच्च स्तर के योग्य प्रशिक्षित चिकित्सकों की कमीं सख्त है, और यह कमी निकट भविष्य में पूरा होने की सम्भावना कम है ।
- ग्रामीण भारत के अधिकांश स्वास्थ्य समस्याएँ कुछ संक्रामक रोगों और अस्वास्थ्यकर व्यवहार से संबंधित हैं ।
वर्ष २००२ में हमारे सहयोगी रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वाराणसी के स्वास्थ्य संवर्धन कार्यक्रम ने अपने मल्टीमीडिया प्रयोगशाला में हिन्दी भाषा में, स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न विषयों पर आधे घंटे की फिल्मों की एक श्रृंखला का निर्माण किया । यह फिल्में मनोरंजक और शिक्षाप्रद हो इस लिए इन्हें कार्टून एनिमेशन, वीडियो और विशेष प्रभाव द्वारा बनाया गया, जिससे अनपढ़ दर्शकों की रुची बने रहे और वे फिल्म के माध्यम से बताये जाने वाले बीमारी के कारण, पहचान, उपचार और रोकथाम को समझ सकें । इन फिल्मों के निर्माण के बाद इनके माध्यम से एक उच्चकोटि का प्रसार अभियान किया गया, जिसमें प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा घर घर जाकर जानकारी वितरण करने के साथ साथ स्वास्थ्य पर प्रश्न-उत्तर सत्र, सत्रों के सारांश पत्र, घर पर अभ्यास, प्रतियोगिताओं, वीडियो लॉगिंग और गहन कार्यशालाओं का उपयोग किया गया । इस कार्यक्रम के लिए बनाये गए सभी संसाधन स्वास्थ्य से जुड़े १२ अलग अलग विषयों पर हैं । इस कार्यक्रम के तहत अब तक ४,००,००० से भी अधिक छात्रों और ग्रामीणों ने स्वास्थ्य के विभिन्न विषयों पर जागरूकता प्राप्त किया है ।
संहिता ने वर्ष २००९ में अपने स्वास्थ्य कार्यक्रम का शुभारम्भ स्वास्थ्य शिक्षा की पहल के साथ किया । अब तक यह कार्यक्रम रीवा और उसके आसपास के जिलों के गाँव और विद्यालयों तक केन्द्रित है और ३५,००० से अधिक व्यक्तियों ने इसके अंतर्गत २ विषयों में भाग लिया है - तंबाकू व्यसन मुक्ति, और शिशु स्वास्थ्य । संहिता ने संहिता माइक्रोफाइनांस के केंद्र अध्यक्षों के लिए भी महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े विषयों पर कार्यशालाओं का आयोजन किया है ।
.clsHeader { font-weight: bold; background-color: #EFEFEF; border-bottom: 1px solid lightgray; padding: 0.2em; } .clsInfo { padding: 0.2em; } img { border: 1px solid black; } .spanTM { font-size: xx-small; vertical-align:super; } .spanLeftI { padding-left: 2.4em; }Extensive experience with public health for poor communities across different parts of India suggests the following:
- Rural areas, especially in remote regions, will continue to see at least in the near term, a lack of sufficient performing, on-site qualified doctors and high level medical professionals.
- The majority of health problems of rural India are related to a set of infectious diseases and bad health practices.
Since 2002, our partner the Health Promotion Program at the Ramakrishna Mission Home of Service, Varanasi, has been developing at its multimedia labs, a series of acclaimed 1/2 hour Hindi language movies on various health topics. Designed to be entertaining and informative, these movies utilize cartoon animations and videos to engage illiterate audiences through a journey covering causation, diagnosis, treatment and prevention. The creation of the movies was accompanied by a high quality dissemination campaign, including 'doorstep' dissemination by a mobile team of trained health professionals, Q&A sessions, summary sheets, home exercises, extension exercises, video logs, competitions, and intensive workshops. The full library of resources created includes 12 health topics. Over 4,00,000 students and villagers have already received exposure to various health topics under this program.
Samihta inaugurated its health program in 2009 with the health education intervention. To date, the geographic focus has been in villages and schools of the Rewa region, and over 35,000 individuals have participated on 2 topics - Tobacco Use Prevention, and Child Health. Samhita has also conducted workshops on issues of women's health for center leaders of Samhita Microfinance.