विश्व में सभी के लिए, वित्तीय साक्षरता को एक मूलभूत आवश्यकता के रूप में मान्यता प्राप्त है । यदि बात विशेषकर गरीब महिलाओं की हो जैसा कि संहिता के साथ है, तो यह आवश्यकता और भी महत्वपूर्ण हो जाती है । एक प्रभावी, स्थानीय रूप से विरचित वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम लोगों को वित्तीय मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य करती है और उन्हें मौजूदा वित्तीय संसाधनों का भरपूर लाभ उठाने के लिए अवसर प्रदान करती है ।
संहिता माइक्रोफाइनांस ने, अपने प्रौद्योगिकी सहायक ईक्युबएच रिसर्च लैब्स के साथ मिलकर २०१० में एक वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण का अभियान आरम्भ किया । यह अभियान अपने विस्तार, अवसर, लक्षित समूह और स्थानीय भाषा के प्रयोग की दृष्टि से विश्व स्तर पर ऐसे किसी भी अभियान में से अधिक महत्वाकांक्षी अभियान है । यह कार्यक्रम महिलाओं को बचत, व्यय, ऋण, निवेश, जोखिम प्रबंधन के उपायों के साथ वर्तमान और भविष्य के लिए वित्तीय योजना बनाने का प्रशिक्षण प्रदान करने पर केंद्रित है ।
वित्तीय ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालती एक पैंतालीस मिनट की हिन्दी फिल्म, हिंदी एनीमेशन फ्लिप चार्ट, बजट बनाने के लिए प्रपत्र आदि प्रशिक्षण संसाधन सामग्रियों को बनाने में मल्टीमीडिया का भरपूर और प्रभावी उपयोग किया गया ।
४ मॉड्यूल में से प्रत्येक को दो घंटे के सत्र में संरचित किया गया था जिससे ४ सप्ताह में प्रशिक्षण पूरा किया जा सके । सभी प्रशिक्षण मलिन बस्तियों में सदस्यों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आयोजित किये गए । प्रथम चरण के अंत जो २०११ के आरम्भ में हुआ तब प्रशिक्षण कार्यक्रम का ग्वालियर की मलिन बस्तियों तक विस्तार किया गया । प्रशिक्षण के पूरा होने के पश्चात इसके प्रभाव का अध्ययन किया गया ।
संहिता की वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण पर अध्ययन के लिए, कृपया देखें:
- वित्तीय साक्षरता को आगे बढ़ाने हेतु : भारत में भोपाल के माइक्रोफाइनांस ग्राहकों के लिए एक वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम से प्रयोगात्मक तथ्य - एन्ना कस्टरर्स, २०११, विकास अध्ययन संस्थान, लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स एंड पलिटिकल साईंस